A H Muller
आर्ची बाल्ड मुलर की कला यात्रा
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- ए एल मुलर का जन्म 11 मार्च 1878 को कोच्चि केरल में हुआ था इनका पूरा नाम Archibald Herman Miller है
- मद्रास स्कूल आफ आर्ट से कला की शिक्षा प्राप्त की
- मूलर को राजा रवि वर्मा की अकादमिक शैली अत्यधिक प्रीति इन्होंने हिंदू पौराणिक विषयों पर आधारित कई प्रसिद्ध रचनाएं की
- मूलर के चित्रों में रोमन ग्रीक शास्त्री शैली के तत्व स्पष्ट तौर पर देखे जा सकते हैं
- 1922 ईस्वी में दरबारी चित्रकार के रूप में बीकानेर के शाही परिवार शिकार के दृश्य एवं ऐतिहासिक विशेष से संबंधित चित्र बनाएं
- 1928 ईस्वी में जोधपुर के दरबार के लिए पौराणिक विषयों से संबंधित चित्रों की एक श्रृंखला बनाई
- अल मूलर के चित्र बकिंघम पैलेस , लंदन व विक्टोरिया अल्बर्ट संग्रहालय तथा भारत के चुनिंदा संग्रहालय में चित्र संग्रहीत हैं
- 1911 में मुंबई आर्ट सोसाइटी का गोल्डन पुरस्कार प्रिंसेस गिवेन टू ए ब्राह्मण बॉय गिफ्ट चित्र पर मिल
- ए एल मुलर की मृत्यु 24 सितंबर 1960 को जोधपुर राजस्थान में हुई थी
ए एल मुलर के चित्र
- Princess giving giving to a bramhan boy
- Magic Head (oil on board)
- The Naga Princess and Shakuntala in the Court of Dushyant
- Sita Abandoned
A H Muller विषय
A L Muller ने राजदरबार, ऐतिहासिक, दृश्य एवं हिंदू ग्रंथ रामायण और महाभारत जैसे ग का चित्रण किया।
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